" सरस्वती-सदन"(कविता)

विद्यादायिनी का वरदान सदन में
शिक्षा की बहती रसधार वतन में

माता-पिता जैसा व्यवहार सदन मे
बच्चों को मिलता प्यार जगत में

एमडीएम का मिट्ठा स्वाद सदन में
बच्चो के सर्वांगीण विकास बदन मे

प्रार्थना सभा में संगीत सदन में
बच्चों का लहराता राग गगन में

गुरुजनों का आशीर्वाद सदन में
संस्कारों का गुणगान मनन में

अनुशासन का सम्मान सदन में
अध्यापकों का फैला प्यार चमन में

गुरु-शिष्य संम्बन्धो की प्रगाढता सदन में
सब रिश्तो का आदरभाव ज़हन में

पुस्तकों का आदर-भाव सदन में
गुणीजनों का गुणगान है उनमे

                       शंकर नाथ हनुमानगढ़
shankarlalnath.blogspot.com

            

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