कोरोना महामारी,(कविता)

फैली कोरोना महामारी
यह खतरनाक है बीमारी।
करती विश्व को प्रलयकारी।
चाइना है इसका महतारी
न दवा न कोई उपचारी
छुआछूत की यह बीमारी
दो गज की दुरी,रखना है जरुरी 
घर में ही रहना है सबकी है मजबुरी
कोरोना वैक्सीन है अभी अधूरी
इसलिए सावधानी रखो सब पूरी
मास्क पहनना है सबको जरूरी
सकल जगत मे हाहाकारी
मानवता पर हावी बीमारी
जग की हालत विनाशकारी
भयभीत है दुनिया सारी











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